सलाद शरीर के लिए जितनी अच्छी होती है, उसको बनाना उतना ही आसान। अधिकतर हमने देखा भी है जो लोग अपने खाने में जितना अधिक सलाद का सेवन करते है वो उतने ही ज्यादा फिट नज़र आते है।
आज के समय में सलाद खाने का साइड (सह) हिस्सा ना होकर अपने आप में पूर्ण भोजन बन गया है क्योंकि लोग दिन प्रतिदिन अपनी सेहत के प्रति काफी सजग होते जा रहे है।
सलाद खाने से हमारी पाचन क्रिया अच्छी तरह से काम करती है जिससे हमें गैस, एसिडिटी और पेट सम्बन्धी बीमारी नहीं होती। सलाद खाने से हमारे चेहरे पर चमक आती है, हम ज्यादा फिट रहते है।
हमारी त्वचा और बाल दोनों में नमी बनी रहती है।
सलाद को रोज़ाना अपने भोजन का हिस्सा बनाने से उम्र का प्रभाव शरीर पर कम पड़ता है। शरीर में अतिरिक्त कैलोरी को कम करने में भी यह मददगार है, इससे वसा कम होती है,क्योंकि यह फाइबर का अच्छा स्रोत है।
जो लोग मोटापा कम करना चाहते है या वजन घटाने की सोचते है उनके लिए सलाद काफ़ी मददगार हो सकता है।सलाद हेल्दी डाइट का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि यह वेट लॉस करने के साथ साथ पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है। सलाद से हमारी इम्युनिटी बढ़ती है।
किसी भी सलाद की रेसिपी को हम अपने हिसाब से अनुकूलित (cusomized ) कर सकते है और ऐसी सामग्री का प्रयोग कर सकते है जो और ज्यादा पोषक हो, और आपको पसंद भी।
इस रेसिपी को भी इसी तरह तैयार किया गया है, जिसको बनाना एकदम सरल है और एक बार बनने के बाद यह कभी भी, कुछ अपनी पसंद की ताज़ी सब्ज़ियाँ मिला कर खाई जा सकती है।
यह सब सामग्री जो यहां इस रेसिपी में प्रयोग की गयी है बहुत ज्यादा पोषण से भरपूर है और सफर के दौरान होने वाली परेशानियों को दूर रखने में और स्वस्थ रहने में हमारा महत्वपूर्ण सहयोग कर सकती है।
पहले हम इस रेसिपी में प्रयोग की जाने वाली प्रमुख चीजों के मुख्य गुणों के बारे में जान लेते है–
भुना चना-— चने में कार्बोहइड्रेट,प्रोटीन, नमी, कैल्शियम, आयरन और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते है ये मोटापा घटाते है जबकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते है। पेशाब और कब्ज की समस्या दूर होती है, पाचन शक्ति सुद्रढ़ होती है।
मूमफली —-प्रोटीन, तेल, फाइबर की प्रचुरता के साथ साथ पॉलीफेनल,एंटीऑक्सीडेंट,विटामिन और मिनरल्स भी पाए जाते है। यह सर्दी-जुकाम,वजन नियंत्रण,त्वचा संबंधी परेशानियाँ में काफी लाभदायक होती है। इसके अलावा यह ब्लड शुगर में, और अन्य कई शारीरिक बीमारियों से हमारा बचाव करने में सक्षम है।
मखाना--कोलेस्ट्रॉल, फैट और सोडियम की मात्रा कम होने के कारण मखानो का शरीर के लिए अपना ही एक विशेष महत्व है। ये ग्लूटन मुक्त जबकि प्रोटीन समृद्ध होते है इनमे कार्बोहइड्रेट भी काफी होता है। मखाना मधुमेह व उच्च रक्तचाप में बहुत अच्छा है। मखाना खाने से अच्छी नींद आती है क्योंकि यह तनाव को काम करता है। दस्तों को ठीक करने में भी मखाने का प्रयोग ठीक रहता है इसके साथ ही यह कब्ज को दूर रखता है और भूख को बढ़ाता है। यौन रोगो में तथा बांझपन में भी मखाने से बहुत लाभ मिलता है। यह गर्भावस्था में माँ और बच्चे दोनों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। वजन कम करता है,चेहरे पर जल्दी से झुर्रिया नहीं पड़ने देता, एक प्रमुख एंटी एजिंग है।
पका नारियल –सफर के दौरान उलटी आना सामान्य सी बात है और इसमें नारियल का सेवन बहुत ही ठीक रहता है।(शायद इसीलिए बस स्टेशनो पर हमें नारियल बेचने वाले अक्सर मिल जाते है ) गर्मी के दौरान कई बार नाक से खून आ जाता है तो नारियल इसमें भी दवा की तरह कार्य करता है। नारियल में एन्टीबैक्ट्रियल,एंटीफंगल और एंटीवायरल तत्व पाए जाते है जो रोगो से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते है, विशेष-रूप से गर्भवती महिलाओ में।
किशमिश–विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, सेलिनियम, आयरन के अलावा कई सारे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते जिसके कारण किशमिश कब्ज़, गुप्त रोग, लिवर की कमज़ोरी, आँखों की समस्या में हितकर है और हड्डियों को मज़बूती भी देती है।
काजू-–रक्तचाप में सुधार, हृदय रोग, कैंसर,मधुमेह, आदि रोगों में काजू बहुत लाभदायक है और साथ ही यह हड्डियों का अच्छा विकास,स्वस्थ दिमाग, स्वस्थ रक्त, गर्भावस्ता में और त्वचा सम्बन्धी परेशानियों में भी महत्वपूर्ण कार्य करता है।
राई —भूख लगने की प्रक्रिया को धीमा करती है, जिसके कारण हम अधिक खाने से बचते है, आलस्य नहीं आता, वजन नियंत्रण में रहता है। अस्थमा, हृदय रोग, कब्ज़ आदि में भी हितकर है।
हींग–बदहज़मी,गैस की समस्या, छाती में दर्द, माहवारी की पीड़ा और अन्य किसी भी तरह के शारीरिक दर्द में दर्दनिवारक की तरह कार्य करती है।
इसके अलावा हल्दी सर्वोत्तम एंटीबायोटिक है।
काला नमक एसिडिटी व अन्य अपच में,पेट दर्द में लाभदायक है।
सैंधा नमक शारीरिक दर्द और स्ट्रेस में बहुत उपयोगी है।
बनाने की विधि
सामग्री:
भुना चना २५० ग्राम
मूमफली दाना १५० ग्राम
मखाना १०० ग्राम
मुरमुरे ५० ग्राम
सूखा नारियल १ न.
किशमिश ५० ग्राम
काजू ५० ग्राम
देसी घी ५० ग्राम
अचार का तेल ३० ग्राम
सुखी लाल मिर्च ५ न.
राई ५ ग्राम
करी पत्तिया १५ न.
हींग १ टी स्पून
हल्दी १ टी स्पून
काला नमक
सैंधा नमक
प्याज़,टमाटर,खीरा,गाजर,धनिया
ताज़ी पत्तिया (पालक,lettuce,kale etc )
धीमी आंच पर कढ़ाई में मखाना को भुन (dry roast ) ले, हाथ से तोड़कर देख ले (जब करारा हो जायेगा तो पूरा टूट कर बिखर जाता है),जब भुन जाये तो कढ़ाई से बाहर निकल ले। अब, इसी तरह पहले मूमफली और काजू को भूनते है और बाद में चना भी मिला देते है थोड़ी देर और भूनने के बाद मुरमुरे भी इसी में डाल देते है और अच्छी तरह मिला देते है। आंच बंद करके कढ़ाई को खाली कर लेते है।
अब मध्यम आंच पर कढ़ाई में घी गरम करते है और गरम होने पर सुखी लालमिर्च को काला होने तक फ्राई करके हटा देते है अब इस मिर्च फ्लेवर घी में अचार का निकला हुआ तेल भी मिला देते है.
घी गरम होने के बाद पहले राई फिर करी पत्तिया चटकने तक भूनते है फिर हींग, हल्दी और दोनों प्रकार के नमक आधी आधी मात्रा में डाल देते है,अब मख़ाने मिला देते है थोड़ी देर भूनने के बाद बारीक़ कटा हुआ नारियल मिलाकर आंच बंद कर देते है।
अब अन्य सभी बची हुई सामग्री -किशमिश,चना,मूमफली,मुरमुरे,काजू को भी इसी में अच्छी तरह मिला देते है।
सलाद का बेस तैयार है। किसी टाइट ढक्कन वाले डिब्बे में भरकर रख ले।
जब भी आपको सलाद खाने का मन करे तो या तो आप इसको ऐसे भी खा सकते है या आधी मात्रा इस मिश्रण की और आधी मात्रा में अपनी मनपसंद सब्ज़ियाँ जैसे प्याज़,टमाटर,खीरा,गाजर,हरा धनिया,पुदीना,पत्तेदार दार सब्जियाँ इसमें मिला क़र खाये,और भरपूर पोषण के साथ साथ अतुलनीय स्वाद भी पाए।