पंजाब उत्तर पश्चिम भारत का एक विकसित राज्य है।
पंजाब शब्द फारसी के शब्दो पञ्च यानि ‘पांच’ और आब यानि ‘पानी’ से बना है जिसका शाब्दिक अर्थ है पांच नदियों का क्षेत्र। संस्कृत के ‘पंचनाद’ का भी यही अर्थ है, ये नदिया है -सतलज,व्यास,रावी,चिनाव और झेलम।
चिनाव और झेलम अभी पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में है।
सिख धर्म पंजाब का मुख्य धर्म है और ‘हरिमंदिर साहिब’ जोकि पंजाब के अमृतसर नगर में है सिखों का पवित्रम धार्मिक स्थान है।
अमृतसर,लुधियाना,जालंधर,पटियाला और भटिंडा पंजाब के प्रमुख नगर है।
कृषि पंजाब का सब से बड़ा उधोग है यहां तक की पंजाब को पृथ्वी का सर्वाधिक उपजाऊ क्षेत्र कहा जाता है।
भारत के ६० % गेहू और ४० % चावल का उत्पादन पंजाब में ही होता है।
पंजाब का खाना उत्तरी भारतीय पाक कला की प्रमुख पहचान है। मक्खन और घी का यहां खुली मात्रा में प्रयोग किया जाता है। दाल मखनी हो या बटर चिकन या सरसो का साग सब में एक बात कॉमन है वो है मक्कन का अधिकतम प्रयोग इसके अलावा खाना बहुत ही साधारण और कम से कम मसालों के द्वारा बनाया जाना पसंद किया जाता है। भिन्न भिन्न दालों में तड़का लगाने का प्रचलन यही से जगत भर में फैला है।
पोहा बहुत ही जल्दी तैयार होने वाला पौष्टिक खाना है। यह एक हल्का आहार है और इसी कारण शरीर द्वारा आसानी से पचाया जा सकता है इसलिए पोहा का सेवन पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा रहता है।
पोहा और इसमें डलने वाली अन्य सामग्री हमें पुरे दिन एनर्जी से भरपूर रखने में सहायक होती है।
पोहा में आयरन की मात्रा काफी होती है जिसके कारण शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है इसलिए गर्भवती महिलाओ के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है।
आयरन शरीर के लिए बहुत ही जरूरी मिनरल है जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।
पोहा कार्बोहइड्रेट के साथ साथ फाइबर का भी अच्छा स्रोत होता है।
मोठ दाल -मूंग दाल की तरह मोथ भी एक मोटा अन्न है जिसे वनमूँग भी कहा जाता है।
मोठ की दाल कैल्शियम,कार्बोहइड्रेट व विटामिनों से युक्त होती है जोकि ज्वर और कृमि नाशक होती है।

बनाने की विधि
सामग्री :
पोहा -२५० ग्राम
मोठ दाल-१०० ग्राम
सरसो का तेल-५० ग्राम
मखन्न -५० ग्राम
जीरा-७ ग्राम
प्याज़-२ न.
हरी मिर्च-३ न.
सफल मटर -५० ग्राम
हल्दी -७ ग्राम
नीबू-१ न.
बेसन बूंदी -५० ग्राम
पंजाबी मसाला पापड़ -३ न.
सैंधा नमक —
दाल को अच्छी तरह धोकर ४ से ५ घंटे भिगो कर रख दे।
फिर थोड़ा सख्त रहने तक उबालने के बाद छान कर रख लेते है।
मिर्च को बीच से चीर ले और प्याज़ को बारीक़ काट ले।
पोहा को धोकर छलनी में डाल कर छोड़ दे।
पापड़ को सेक कर क्रश कर लेते है ।
तेल को गरम करके इसमें दाल को फ्राई कर ले।
कढ़ाई में बटर को गरम करे जीरा डालें फिर प्याज़ और हरी मिर्च डालकर भुने।
अब मटर भी डाल दे और साथ में ही हल्दी और नमक भी।
अब भीगा हुआ पोहा और नीबू का रस को भी डाले और अच्छी तरह मिलाए।
अब फ्राई की हुई दाल को पोहा में मिला दे।
बूंदी और पापड़ को भी पोहा में मिला दे।
पंजाबी पोहा तैयार है, खाए भी और सफर के लिए भी पैक करे।


